सोमवार को नोएडा के सामुदायिक केंद्र में राष्ट्रीय परशुराम परिषद के सदस्य, समाजसेवी तथा पूर्व मंत्री सुनील भराला के ममेरे भाई विनोद शर्मा की तेरहवीं संस्कार विधि श्रद्धा, गरिमा और धार्मिक आचरण के साथ सम्पन्न हुई। जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, राष्ट्रीय परशुराम परिषद के डीडी शर्मा, सुनील दत्त शर्मा, अजय कुमार झा, एसके शर्मा, विनय शर्मा, अजय भारद्वाज, अशोक शर्मा, विनोद शर्मा, अनुज शर्मा, एडवोकेट धर्मेन्द्र शर्मा, विनोद शर्मा, नीलम पाण्डेय, दिलीप शर्मा, पूनम पांडे एवं पूनम शर्मा उपस्थित हुए।
हवन की पवित्र अग्नि, मंत्रोच्चार की दिव्य ध्वनि और शांत वातावरण के बीच हर व्यक्ति की आंखें नम थीं। रसम-पगड़ी के दौरान परिवार का दर्द हर चेहरे पर साफ झलक रहा था। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तथा उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संदेश भेजकर स्व. विनोद शर्मा के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की। श्रद्धांजलि सभा में पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र, अभिषेक शर्मा, तेजपाल नागर, गीता पंडित, नवाब सिंह नागर, मदन सिंह चौहान, महेश चौहान, रामकुमार सेहरावत, राजकुमार छाबड़ा, अंकुर मुखिया, गीता शर्मा, कपिल ईसा ने उपस्थित होकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी और परिवार को ढांढस बंधाया। राष्ट्रीय परशुराम परिषद की ओर से विनय शर्मा, अजय शर्मा, दीपक वक़्त, मनीष शर्मा, सुनील शर्मा, मुकेश भार्गव, डी.डी. शर्मा, अजय भारद्वाज, अशोक शर्मा, लोकमान प्रधान, अजित शर्मा, अनुज शर्मा, मूलचंद व अन्य पदाधिकारियों ने दो मिनट का मौन रखकर स्वर्गीय विनोद शर्मा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और समाज सेवा में उनके योगदान को याद किया।
विनोद शर्मा के सरल, सहज, मृदुभाषी एवं सहयोगी स्वभाव ने उन्हें समाज में एक प्रिय व्यक्तित्व के रूप में स्थापित किया था। समाज के प्रति उनकी निष्ठा, सभी के प्रति सम्मान और सेवा भावना को सभी वक्ताओं ने अत्यंत भावुकता के साथ याद किया। उनके निधन से परिवार, मित्रों, क्षेत्र एवं संगठन को जो हानि हुई है, उसकी पूर्ति होना कठिन है। जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, परिषद सदस्यों, मित्रों और क्षेत्रवासियों के प्रति आभार व्यक्त किया जिन्होंने अपनी उपस्थिति, संवेदनाओं और सहयोग के माध्यम से इस कठिन समय में मनोबल बढ़ाया। अंत में सभी ने भगवान परशुराम जी से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिवार को इस दुखद क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।