भुवनेश्वर।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने ओडिशा की स्थापना के सौ साल पूरे होने तक इसे समृद्ध राज्य बनाने के लिए यहां के जन प्रतिनिधियों सहित सभी हितधारकों को मिल कर प्रयास करने का आह्वान करते हुए कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में प्रचुर संसाधनों वाले इस राज्य का बड़ा योगदान हो सकता है।
ओडिशा के दौरे पर आयीं राष्ट्रपति मुर्मु ने राज्य विधान सभा की एक विशेष बैठक को संबोधित कर रही थीं। वर्ष 2036 में राज्य के गठन का शताब्दी वर्ष मनाया जाएगा। मुर्मु ने कहा, यदि सभी हितधारक मिलकर 2036 तक एक समृद्ध ओडिशा का निर्माण करें तो यह 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में ओडिशा का सबसे बड़ा योगदान होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सभी 'राष्ट्र प्रथम' की भावना से कार्य करेंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि प्रकृति ने ओडिशा को हर प्रकार के संसाधनों से संपन्न बनाया है। यहाँ प्रचुर मात्रा में खनिज भंडार, वन और जल संसाधन हैं, साथ ही मानव संसाधन भी। ओडिशा का वातावरण कृषि, उद्योग और वाणिज्य के विकास के लिए अत्यंत उपयुक्त है। इन सभी लाभों का उपयोग कर ओडिशा को देश का अग्रणी राज्य बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ओडिशा तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, जनजातीय एवं अन्य वंचित समूहों के विकास, आवास, आपदा प्रबंधन आदि क्षेत्रों में अनेक नई पहलों के लिए ओडिशा सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से ओडिशा में औद्योगिकीकरण की प्रक्रिया नए स्वरूप में आगे बढ़ रही है।